Monday 22 October 2012

ये नेता

दिखते है चुनाव के समय  नेता गण,
 बाद में किसी का अता न पता |
  आ जाते है लोग नेता कि बातो में,
 दे देते है अपना महत्वपूर्ण वोट|
नहीं सोचते वोट देने के बाद होगा क्या,
 ये नेता,नेता होंगे या सिर्फ गण |
 यमदूत होंगे या सिर्फ यमराज,
 न मालूम ये पद पाने के बाद होंगे क्या |
 चुनाव में  होती है जनता इनका परिवार,
 पूरा हिन्दुस्तान ही होता है इनका घर |
  पाने के बाद वोट रखते न किसी का ध्यान,
 बनाते रहते है अपनी ही बस शान |
लगते देखने में सज्जन बाते भी बड़ी भोली,
 पर अंदर से न जाने क्या है ये
       सज्जन, दुर्जन या
                           फिर कुछ और ||
            +++सविता मिश्रा ++++

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