Sunday 4 November 2012

~~तू पास होते हुए भी~~

तू पास होते हुए भी मुझसे दूर रहा
बहुत मुश्किल से हमने उस दूरी को भी सहा ,
मिनट भी घंटो, घंटे दिन से लगे
सरक-सरक जैसे घड़ी की सुई चले ,

दूर था तो प्यार भरी घंटो बात तो हुई
पास रहते भी ना सही से मुलाकात हुई ,
बहुत कष्टमय है वह समय समझोंगे नहीं
       जब कोई पास रह के भी दूरी बना के चले | 
....सविता मिश्रा

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